Saturday, June 25, 2011

जहा के बच्चे दूध का स्वाद नहीं जानते

सारी दुनिया में बच्चे बोतल से या कटोरी चम्मच से या गिलास से दूध पीते  है ,,,,जैसे ही दूध का दम बढ़ता है सबकी दिल की धड़कन बढ़ने लगती है ,,चारो तरफ हाहाकार मचने लगता है,,अब तो पैकेट के दूधो की भी बिक्री दिनों दिन बढाती ही जा रही है,,कई शहर तो इन्ही पैकेट पर पूरी तरह निर्भर हो गए है,,,पावडर  के दूधो की भी अब कई कम्पनी हो चुकी है,,,,,,सुबह सुबह दूध की चाय के बिना तो दिन ही शुरू नहीं होता है  ,,,दूध को एक पोषक आहार मन जाता रहा है शादियों से ,,,,बिना दूध के तो जीवन की कल्पना ही मुस्किल होती है,   दूधो को लेकर बाज़ार में जबरदस्त कालाबाजारी चल रही है,,,,,दूधो की बिक्री के लिए उसमे मिलावट चल रही है ,,और लोग खूब बेच और खरीद  रहे  है,,, लकिन इन्ही सब में एक ऐसा भी गावं है जहा के बच्चे दूध का स्वाद ही नहीं जानते है ,,जहा पर लोगो न कभी चाय का इस्तेमाल ही नहीं करते है,,सोनभद्र के चोपन ब्लाक के पनारी ग्राम सभा में स्थित   गावं अमरसोता के बच्चे कभी भी अपने आहार में दूध का प्रयोग  नहीं करते है ,,,केवल ऐसा नहीं है की बच्चे ही दूध नहीं पीते है वह के बड़े भी दूध का इस्तेमाल नहीं करते है,आप ये मत सोच लीजियेगा की वहा गाय नहीं है, वहा गाय है जिनकी नंबर भी ठीक ठाक है ,,लकिन वहा के लोगो का मानना है की की हम अगर गाय का दूध निकालेंगे तो उनके बच्चे कमजोर ही जायेगे हम उनका दूध कैसे निकल सकते है,,जब मैंने शुरू में ये सुना तो मेरी आश्चर्य की सीमा ही नहीं रही,,क्योकि बचपन से ही हम दूध का इस्तेमाल करते रहे है ,,बड़े होने पर कम से कम दो बार चाय तो चाहिए ही ,,,लेकिन वहा यानि अमरसोता में न तो दूध मिलेगा न ही चाय,,,,,,,,,,,और अच्छी बात तो ये है की,,,, पता नहीं ये अच्छी बात है भी या नहीं की वहा के बच्चे को दूध की आदत ही नहीं है ,जहा के बच्चे दूध का स्वाद नहीं जानते ,,जहा के बच्चो को कोई  docter दूध पीने की सलाह नहीं देता है जहा के बच्चे दूध के लिए नहीं रोते है ,,,,वो गावं अमरसोता है |  

1 comment:

  1. kabhi aisa kuchh hua ho ki dugdh nikale se kisi ke sath koi aanhoni hui ho tab se unke maan me dar bana ho , but ye jaan kar ki us gao ke log dugdh nhi pite ajib lga

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