क्यों न ये १५ अगस्त कुछ खाश तरीके से मनाया जाये ,,,,आजादी के ६५ वर्षगाठ पर हम उन लोगो के साथ रहे जो आज़ादी का मतलब ही नहीं जानते है ,,,हम १५ अगस्त को ऐसे लोगो के साथ रहे जिन्होंने आज तक कभी भी तिरंगा नहीं लहराया है,,,जिनके लिए देश उनका गावं ही है उन्हें भारत की कोई खबर नहीं है ,,मुझे तो बच्चो को भारत का नाम रटवाना पड़ता है,,,,आप सभी अपनी जिन्दगी में कुछ रोमांचक करना चाहते होंगे,,,तो मेरा यकीं मानिये ये काम भी किसी रोमांच से कम नहीं होगा,,,,मै आप सभी को इस जगह आने के लिए निमंत्रित करती हो ,,,,,,जहा तिरंगा पहली बार लहराया जायेगा
Pahal to achchi hai....Shubhkamnayen
ReplyDeletemy best wishes...
ReplyDelete